Motivational Story in Hindi: Pregnancy of Elephant
देरी का अर्थ बेहतर परिणाम The delay means the better result. Motivational Story in Hindi.

जो लोग जीवन मे सफल होने के लिए निरंतर प्रयास में लगे हुए है| और उन्हें सफलता अभी हाथ नही लगी| तो निराश होने की कोई आवश्यकता नही है। “लेशमात्र भी”..क्योंकि आज हम आपको प्रकृति का सन्देश बतायेंगे
मोटिवेशनल स्टोरी हिंदी में|
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चलो आज फिर एक प्रेरक कहानी (Motivational Story in Hindi) सुनाता हूँ| Pregnancy of Elephant ! शायद आप लोगो को अच्छी लगे, जब मैने पढ़ी तो मुझे बहुत पसंद आयी| मैने तो अपने पर लागू कर लिया| आपका, आप पर निर्भर करता है। तो सुनिए…..
हथिनी और कुतिया की कहानी
एक जंगल मे एक कुतिया और एक हथनी रहती थी| और दोनो आपस मे दोस्त थीं| एक बार सयोंगवश दोनो एक साथ गर्भवती हो गए|
4-5 महीने के बाद कुतिया ने 8 पिल्लों को जन्म दिया| और अगले दिन कुतिया अपनी खुशखबरी सुनाने और हथनी की खुशखबरी लेने हथनी के पास गई| ये सोचकर की मेरे बच्चे हुए है शायद हथनी को भी उसका बच्चा हो गया होगा|
कुतिया ने हथनी को अपने 8 पिल्लों के बारे में बताया| और हथनी की खबर पूछी| हथनी ने कहा, बहन मुझे तो अभी समय लगेगा|
थोड़ा समय बीता और कुतिया फिर प्रेग्नेंट हो गयी| 4-5 महीने बीतने के बाद, उसने इस बार 9 पिल्लों को जन्म दिया|और अगले दिन फिर हथनी के पास गयी| और अपने 9 पिल्लों को जन्म देने की खुशखबरी सुना कर हथनी से पूछ बैठी|
अरे हथनी बहन यहाँ मै दो बार माँ बन चुकी| और 15-16 पिल्लों को जन्म दे चुकी हूँ| तेरा एक बच्चा होना है, वो भी अभी तक नही हो पा रहा है| सच बता तू प्रेग्नेंट हुई भी थी ?
या मेरी खबर सुन कर जलन की वजह से तूने, मुझे अपने प्रेग्नेंट होने की खबर सुनाई थी?
हथनी ने बड़े प्यार से जवाब दिया, अरे नही कुतिया बहन! तुझसे कैसी जलन, लेकिन सच मे मुझे माँ बनने में अभी और समय लगेगा| कुतिया अपने घर लौट आयी |
कुतिया ने तीसरी बार पिल्लों को जन्म दिया Motivational Story in Hindi
फिर एक बार समय बीता…. कुछ महीने गुजरे| कुतिया ने फिर इस बार फिर से 9 पिल्लों को जन्म दिया| और अगले दिन हथनी के यहां जाते हुए सोचने लगी 15-16 महीने गुजर चुके है| इस बार तो हथनी को भी उसका बच्चा हो गया होगा| हथनी के यहां जाकर देखा तो सब सामान्य था|
कुतिया ने हाथी का खूब मजाक बनाया
कुतिया ने फिर अपनी 9 पिल्लों के जन्म की खुशखबरी दी| और तुरन्त पूछ बैठी, अरे हथनी बहन तेरा क्या रहा? हथनी ने मुस्कुराते हुए, बड़े प्यार से कहा मुझे अभी और समय लगेगा|
अब कुतिया ने हथनी का उपहास उड़ाते हुए कहा- यहाँ मैने 25-26 पिल्लों को जन्म दे दिया| और एक तू है कि, एक बच्चा तुझे होना है, तूने तो कमाल ही कर दिया !
सच बता तू प्रेग्नेंट है भी या नही? कुतिया ने कहा, कसम खा| हथनी ने God की कसम खाई| कुतिया ने फिर पूछा, Are you serious?
कुतिया के बार बार पूछने पर और बार बार मजाक बनाने पर, हथनी को बुरा लगा| और अब हथनी ने उस कुतिया को उसकी हैसियत दिखाते हुए कहा-
हाथी का जवाब (Motivational Story in Hindi)
कुतिया बहन सुन… तूने 25-26 पिल्लों की फौज पैदा कर दी| इस जंगल या पास के गांव में किसी को खबर भी मिली? तेरे पिल्ले पैदा हुए| कितने बड़े हुए, कितने मर गए| कितने जिंदा है, तुझे कुछ पता है ? तुझे भी नही पता होगा|
और सुन… कुछ महीनों बाद मेरा डिलीवरी का समय पूरा होने वाला है| जब मेरा बच्चा पैदा होगा, तो जब वो जमीन पर धम्म गिरेगा, तो धरती को भी एहसास होगा कि हाँ कुछ स्पर्श हुआ है| तेरा स्वयं का और आज तक तेरे पैदा हुए बच्चों का वजन, उसकी सूंड के बराबर नही होगा|
और जितना बड़ा वो पैदा होगा, उतने बड़े तो तुम सारे पिल्ले, एक साथ मिलकर भी, उसके बराबर कद के नही हो पाओगे| उसके पैदा होने की खबर, पूरे जंगल और आसपास के सारे गांवों को स्वत् ही पता चल जाएगी|
Gestation Period (Pregnancy time) of Elephant
स्तनधारी जानवरों में सबसे लम्बा गर्भकाल हथिनी का ही होता है| हाथी के गर्भकाल की अवधि लगभग दो साल की होती है| एक हथिनी का औसत गर्भधारण का पूरा समय 95-98 सप्ताह का होता है|
हथिनी को अपने बच्चे को धरती पर लाने के लिए कई महीनो का समय ( 22 Month ) लग जाता है| सामान्यतया हथिनी अपने अत्यधिक लम्बे गर्भ काल में, एक ही बच्चे को जन्म देती है|
कुछ हथिनी (1-2%) जुड़वाँ बच्चो को जन्म देती है| एक मादा हाथी की औसत आयु 60-70 साल की होती है| मादा हाथी जब अपने बच्चे को जन्म देती है| (Pregnancy of Elephant) तो उनके झुण्ड के अन्य सभी हाथी, चारो तरफ से सुरक्षा घेरा बनाकर, उस नवजात हाथी और उसकी माँ की रक्षा में लग जाते हैं|
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Moral of this motivational story in Hindi
समझने वाली बात- तो दोस्तों, आप लोग जिस भी फील्ड में है| जॉब में हैं, छोटे बड़े बिजनेस में हैं, राजनीति में हैं, मतलब जिस भी क्षेत्र में है| हो सकता है कि आपके साथ, जिन लोगो ने अपना कैरियर, शुरू किया हो| उनका आपसे अच्छा थोड़ा बहुत काम चल रहा हो!
वो बार बार आपसे आकर पूछते होंगे, चिढ़ाते होंगे, तेरा कुछ हुआ? तेरा कुछ हुआ ?
उन्हें बस यही बात देना की तुझे तेरा आकर बताना पड़ रहा है की, तेरा थोड़ा बहुत, काम चल रहा है|
लेकिन जब मेरा होगा| “धम्म” से एक आवाज़ होगी, ओर सभी को अपने आप पता चल जाएगा|
तो दोस्तों, कुत्ते, पिल्लों को भौंकने दो, और आप पूरी ईमानदारी के साथ, केवल अपने उस काम पर फोकस रखो| जिसमे आपकी रुची है, जॉब, बिज़नेस, राजनीति, या जो भी हो सकती है| एक दिन आसमान पर आप अवश्य छा जाएंगे|
निष्कर्ष
इस कहानी से ये बात स्पष्ट होती है की देर होने का अर्थ है अच्छा होने की गारंटी| ये बात प्रकृति हमें सिखाती है| बड़ा काम होने में समय लगता है| एक मकान की अपेक्षा एक महल को बनकर तैयार होने में बहुत समय लगता है| ऐसे निर्माण के दौरान हमें किसी और की बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए | और पूरी लगन, दिल, दिमाग और आत्म को लगाकर अपना काम करना चाहिए |
बीच बीच में लोग आपको निराश करने आते रहेंगे| अगर आप उनकी बातों पर ध्यान नहीं देंगे तो उनके बोलने से कोई फ़र्क नहीं पड़ता |
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