Case Study:E Commerce Platform Zilingo Success Story

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Case Study:E Commerce Platform Zilingo Success Story

3 सालों में बना दी 6900 करोड़ की कम्पनी 

साथियों, क्या महज तीन साल में 1 बिलियन डॉलर 1B $ की कम्पनी बन सकती है| 1 बिलियन डॉलर रुपयों में कितना होता है ?

$ 1 Billion = 73,90,26,00,000 Rupees 

जरा एक बार गिन लो तो कितना जीरो तो हममे से आधे से ज्यादा लोगों ने जिंदगी में न  देखा होगा न पढ़ा होगा| 

एक बिलियन डॉलर, तो शायद आप आश्चर्य में पड़ जायेंगे क्योंकि जब हम ये केस स्टडी, बना रहे थे तो हम आश्चर्य में पड़ गए की हम कर क्या रहें हैं ?

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हम आप भी तो तीन साल से, पाँच साल से, दस साल से, पंद्रह साल से, बीस साल से, पच्चीस पचास और कई लोग तो दो दो जनरेशन से व्यापार कर रहें हैं पर उनके बीच से कोई, तीन साल में एक बिलियन डॉलर का इंसान हो सकता है ?

Zilingo – E-Commerce Platform


हाँ !  हो सकता है और अब अगर हम आपसे कहें की 27 साल की वो लड़की जिसने तीन साल में एक बिलियन डॉलर की कम्पनी खड़ी की, वो भारतीय है|

 

Case Study:E Commerce Platform Zilingo Success Story
Founder & C.E.O of Zilingo

Case Study:E Commerce Platform Zilingo Success Story

जी हाँ, हम बात कर रहें हैं अन्किती बोस Ankiti Bose की जिन्होंने भारत के ही बम्बई शहर के सेंट ज़ेवियर कॉलेज St. Xavier College से अपनी पढ़ाई की|

और पढ़ाई पूरी करने के बाद Sequoia Capital में, उन्होंने नौकरी की और जॉब करते करते एक दिन इन्होने फैसला किया, मैं अपनी कम्पनी खड़ी करुँगी और इनकी मुलाकात हुई आई. आई. टी. गुवाहाटी के ध्रुव कपूर से जिनके साथ मिलकर अन्किती बोस ने अपनी कम्पनी लगाई|

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Ankiti Bose

हम बात कर रहें हैं ज़िलिंगो Zilingo की, आप कहेंगे की इस कम्पनी का नाम ही हमने नहीं सुना, हाँ आपने नाम इसलिए नहीं सुना क्योंकि ये कम्पनी भारत में अधिक एक्टिव नहीं है| 

इस कम्पनी E Commerce Platform का हेड क्वार्टर सिंगापुर HeadQuarter, Singapore में है, इसका टेक्निकल सपोर्ट भारत से संचालित होता है और इसका बाज़ार साउथ ईस्ट एशिया है|

साथियों भारत में जहाँ अमेज़न और फ्लिपकार्ट जैसे बड़े खिलाड़ी हैं पर उस समय साउथ ईस्ट एशिया में कोई भी बड़ा प्लेयर नहीं था| एक दिन Ankiti bose थाईलैंड के Bankok के chatuchak मार्केट पहुँची| 

Case Study E Commerce Platform Zilingo Success Story
C.E.O of Zilingo

 

वहाँ उन्होंने लोगों को देखा, जो सैकड़ों छोटे छोटे गांवों से, दूर के स्थानों से सामान लाकर बेच रहें हैं और वहीँ उनको, सबसे बड़ा अवसर दिखाई दिया| 

न ही उन लोगों के पास टेक्नोलॉजी का सपोर्ट है, न ही उनके पास फाइनेंसियल सपोर्ट है, न ही वो अपने सामान को व्यवस्थित ढंग से बेच पाते हैं और न ही, वो सही ग्राहकों तक पहुँच पाते हैं|

और वहीँ इनके दिमाग में बत्ती जली और इन्होने तय किया की पूरे साउथ ईस्ट एशिया के, जितने भी इस तरीके के व्यापारी हैं इनको अपना माल बेचने के लिए, प्लेटफ़ॉर्म देने का, निर्णय लिया अन्किती बोस ने|

ज़िलिंगो की शुरुवाती तरक्की 

मार्च 2016 में चार लाख चौतीस हज़ार डॉलर का Revenue रहा| 31 मार्च 2017 को 1.8 मिलियन डॉलर तक Revenue हो गया और मार्च 2018 में Revenue बारह गुना बढ़ गया और जनवरी 2019 में ये और चार गुना बढ़कर 86.4 मिलियन डॉलर  गया|

मित्रों, ज़िलिंगो Zilingo को 1 बिलियन डॉलर यानी यूनिकॉर्न का दर्जा दिलाने में, किन किन कम्पनियों का अहम् योगदान है ? कैसे कैसे ज़िलिंगो Zilingo को निवेश मिले और कब कब फंडिंग मिली, आईये जानते हैं –

ज़िलिंगो को फंडिंग की शुरुवात 

Zilingo ज़िलिंगो को फ़रवरी 2019 तक कुल पाँच चरणों में 307.9 मिलियन डॉलर का निवेश मिला| ज़िलिंगो ने अपने शुरुवाती यानि Seed राउंड में,  साल 2015 में,  1.9 मिलियन डॉलर की कैपिटल प्राप्त किया| 

5 सितम्बर वर्ष 2016 में ज़िलिंगो Zilingo A सीरीज को दूसरे चरण में,

Case Study E Commerce Platform Zilingo Success Story

 

Sequoia Capital, Susquehanna International Group (SIG) और Ventura Capital आदि कुल 7 इन्वेस्टर्स के माध्यम से 8 मिलियन डॉलर का निवेश मिला| 

12 दिसम्बर 2017 को, ज़िलिंगो को निवेश के तीसरे चरण यानि सीरीज B में, Burda Principal Investments और Sequoia Capital को मिलाकर कुल 8 निवेशकों ने 18 मिलियन डॉलर का निवेश करके कम्पनी के विस्तार में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया |

4 अप्रैल 2018 को Burda Principal Investments, Sequoia Capital India  और Sofina जैसे 9 इन्वेस्टर्स ने फिर से एक बार ज़िलिंगो में भरोसा दिखाया और 54 मिलियन डॉलर का निवेश, ज़िलिंगो को चौथे चरण यानि C सीरीज में कर दिया|

और 11 फ़रवरी 2019 को ज़िलिंगो Zilingo  D सीरीज यानि पांचवे राउंड में एक बार फिर से Sequoia Capital India सहित कुल 6 इन्वेस्टर्स ने 226 मीलियन डॉलर की कैपिटल ज़िलिंगो को मिली|

दोस्तों ज़िलिंगो Zilingo कमाती कैसे है ?

Zilingo ज़िलिंगो सभी विक्रेताओं को अपनी वेबसाइट ऐप पर, मुफ्त लिस्टिंग की सुविधा देती है| आपको अपना माल बेचने के लिए, अपने आपको लिस्ट करने के लिए कोई रजिस्ट्रेशन फीस, कोई लाइसेंस फीस देने की जरुरत नहीं है| 

लेकिन आर्डर मिलने पर सेल वैल्यू के 10 -20 % के कमीशन को, ज़िलिंगो Zilingo  खुद रखती है यानी आने के रास्ते में कोई टैक्स नहीं लेकिन माल बिका तो उसमे से हम लेंगे और ये व्यापार निति बहुत ही कारगर साबित हुई क्योंकि किसी भी सेलर के ऊपर ज्वाइन करते हुए, कोई दबाव पैदा नहीं होता था|

Zilingo ज़िलिंगो का अर्थ है  – The Gift Of GOD

ईश्वर का उपहार तो ये मत समझ लेना की भगवान ने ये उपहार घर आकर भेंट कर दिया| 

Case Study Examples for Students

आज हम आपसे यहाँ कहना चाहते हैं की बहुत अच्छे से पढ़िए लेकिन उसके बाद, नई दुनिया में आते ही अपने घर के व्यापार में मत कूदिये, क्यूँ ? 

क्योंकि अकेला स्कूल या कॉलेज आपको प्रैक्टिकल नॉलेज नहीं देता है| कॉलेज से निकलने के बाद आपको कुछ प्रतिष्ठित, कुछ प्रसिद्द जगहों पर काम करना होता है ताकि सच में प्रैक्टिकल काम करने का तरीका क्या होता है, विश्व स्तरीय प्रक्रिया क्या होती है- ये आप सीख सके|

यदि आप बहुत प्रतिष्ठित कॉलेज से पढ़कर निकल गए और आकर चुपचाप अपने पुश्तैनी बिजनेस में बैठ गए तो दोनों के बीच में बहुत बड़ा गैप आ जायेगा और आप उसे इम्प्लेमेंट नहीं कर पाएंगे|

Zilingo Founder Ankiti Bose Says ज़िलिंगो संस्थापक अन्किती बोस का कहना है –

अन्किती आज कहतीं हैं की महिला होना कोई कठिनाई की बात नहीं है, महिलाओं को तो हर तरफ सपोर्ट मिलता है, वो कहतीं हैं की Sequoia Capital के मेरे अनुभव ने, जब मैं वहाँ पर मैं एक एनालिस्ट थी तो मुझे बहुत सारे Startups को जज करने का मौका मिलता था, वहीँ मैंने ठान लिया था की, एक दिन मैं बहुत बड़ी कम्पनी बनाउंगी|

और वो सपना सच हो गया इसलिए कोई भी बहाना हो, तो छोड़ दीजिये – मैं महिला हूँ , मेरी उम्र कम है, मैंने कोई विदेशी कॉलेज से डिग्री नहीं ली है, मेरे पास पैसे नहीं हैं|

ये सारे बहाने छोड़ दीजिये क्योंकि जब तक आप अपने बहानो को आग नहीं लगायेंगे, तब तक कोई सफलता आपके हाथ नहीं लगेगी और आईये जानते हैं कौन से Zilingo ज़िलिंगो रेक्टेंगल की वजह से, आज अन्किती फ़ोर्ब्स अंडर 30, 2019 की प्रतिष्ठित महिलाओं में से एक है|

मित्रों हम आपको अन्किती बोस Ankiti Bose के बिजनेस मॉडल ज़िलिंगो की सफलता को Zilingo Rectangle, के नाम से समझाते हैं –

पहला कार्नर है, टेक्नोलॉजी – कोई भी भविष्य का बिजनेस, बिना टेक्नोलॉजी के नहीं हो सकता जब Ankiti Bose, थाईलैंड गई तो उन्होंने देखा की वहां के लोगों के पास सबसे बड़ी कमी, टेक्नोलॉजी प्लेटफार्म की है तो उन्होंने टेक्नोलॉजी टूल्स का निर्माण करना शुरू कर दिया|

E Commerce Platform, टेक्नोलॉजी टूल का निर्माण  

Case Study E Commerce Platform Zilingo Success Story

 

पहला, टेक्नोलॉजी टूल्स में उन्होंने क्या बनाया, एक ऐसा प्लेटफार्म बनाया जिससे अलग अलग देश के लोग जुड़ सकें जिससे खरीदने वाला ये देख सके की इस वक़्त फैक्ट्री में क्या माल है, इन्वेंटरी मैनेज हो सके और क्रॉस बॉर्डर शिपिंग हो सके|

ये सारी चीज एक प्लेटफार्म पर मैनेज हो सके और इस तरह टेक्नोलॉजी के फ्रंट पर काम करते हुए, उसको मजबूत किया और भारत में बैंगलोर को अपना टेक्नोलॉजी हब बनाया|

Zilingo  ज़िलिंगो रेक्टेंगल का दूसरा कोना Fintech अर्थात Financial Technology Partnership,  यहाँ पर उन्होंने देखा की लोगों के पास working capital की कमी है, वो माल बहुत अच्छा बना सकते हैं लेकिन उनके पास रॉ मटेरियल खरीदने के पैसे नहीं हैं, उनको कुछ एडवांस पेमेंट की आवश्यकता है| 

और इस चीज के लिए उन्होंने फाइनेंसियल कम्पनी से पार्टनर शिप करके, उन लोगों को पैसा दिलाना शुरू कर दिया, ये पैसे कम व्याज पर मिलने शुरू हुए और इन पैसों के दम पर ये लोग, कम खर्च पर रॉ मटेरियल खरीद सकें| इन पैसों की वजह से लोगों को एडवांस पेमेंट मिलने लग गया|

और जब आप किसी की फाइनेंसियल सपोर्ट दिला देते हो उस क्षण ये समझ लो आप उसके बिजनेस पार्टनर बन जाते हो और फिर वो कभी भी आपको छोड़ने का सोच नहीं सकता|

ज़िलिंगो रेक्टेंगल का तीसरा कार्नर Zilingo  नेटवर्क – इन्होने ज़िलिंगो नेटवर्क की स्थापना की, उस स्थापना में जो मैन्युफैक्चरर है वो कम लागत में, डिस्काउंटेड रेट में, रॉ मटेरियल खरीद सकता है| वो बांग्लादेश से लेकर, वियतनाम से लेकर कम्बोडिया तक जहाँ से उसको सस्ता रॉ मटेरियल मिले, वो खरीद सकता है और ज़िलिंगो Zilingo  नेटवर्क उसको सहजता से करने का प्लेटफार्म देता है और कनेक्शन्स देता है| 

और चौथा सबसे महत्वपूर्ण ज़िलिंगो लोकल सपोर्ट, दोस्तों लोकल ज़िलिंगो टीम लोकल मैन्युफैक्चरर के साथ , छोटे मैन्युफैक्चरर उसको ज्यादा जानकारी नहीं दुनिया में क्या हो रहा है|

उनको बताती है की आने वाले समय में क्या आवश्यकता आने वाली है, कौन से फैब्रिक चल रहें हैं अगर उनके लोगों के पास ट्रेनिंग की कोई कमी है तो उनके लोगों को ट्रेनिंग भी देती है| 

यदि उनको कोई लैंग्वेज नहीं आती है तो डॉक्यूमेंटेशन करने में मदद करती है| वो अपनी सारी एक्सपरटाइज उनके साथ साझा करती है, कहने का मतलब है आपको कम्पलीट सपोर्ट सिस्टम|

यानि सिर्फ आपका और मेरा रिश्ता मात्र माल खरीदने या बेचने का नहीं है, आपका और मेरा रिश्ता सिर्फ पैसा वसूल करने का नहीं है| आपका और मेरा रिश्ता आपको सबल बनाने का है, आपको empower करने का है| कैसे भी करके एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण करने का है जिसमे आप कमा सकें और जब आप कमाएंगे तो अपने आप आपके साथ मैं भी बढूँगा|

हमारी सफलता आपकी रजिस्ट्रेशन फीस या जोइनिंग फीस में नहीं है, हमारी सफलता आपकी सफलता में है| जिस दिन आप सफल हो जायेंगे उस दिन हमारी सफलता ही मानी जाती है और यही ज़िलिंगो का सिद्धांत है|

ज़िलिंगो के साथ जितने लोग काम कर रहें हैं अगर वो सफल हो जायेंगे तो अपने आप ज़िलिंगो भी सफल हो जायेगा और देखिये कितने लोग सफल हो रहें हैं कोई न कोई टेक्नोलॉजी वाला है जिसको कहीं न कहीं किसी को टेक सर्विस देना है, वो सफल हो रहा है| 

फाइनेंसियल कम्पनी है जिनको सही जगह पर पैसा देना है, वो सफल हो रही है| ज़िलिंगो का नेटवर्क है जिसमे अलग अलग प्रकार के सप्लायर हैं वो सफल हो रहें हैं और ज़िलिंगो लोकल सपोर्ट टीम कितनी सारी लोकल जॉब्स उत्पन्न कर रही है|

निष्कर्ष / Conclusion 

तो हमें ये कहते हुए आज कोई अतिश्योक्ति नहीं लग रही की Zilingo – The Gift of GOD एक उचित नाम है और अन्किती बोस Ankiti Bose भारत को आप पर गर्व है क्योंकि आपके बाद अब कोई नहीं बोलेगा की मैं महिला हूँ, मेरे पास पैसे नहीं हैं , मेरी उम्र कम है अब कोई नहीं बोलेगा|

आपकी इस उपलब्धि को हम सलाम करते हैं और हाँ इस केस स्टडी को अपने तक ही नहीं रखना ये हर बहन हर बिटिया हर दोस्त, हर सहयोगी सबके तक पहुंचनी चाहिए ताकि जो भी जहाँ भी अपने दिल के एक कोने में एक सपना पाल कर बैठा हो वो बाहर निकलकर अपने सपने को सच करने के लिए आगे बढ़े|

धन्यवाद शुक्रिया आपका हर एक पल शानदार हो|

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