Jaya Lalithaa ke Prernadayak anmol vichar

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Jaya Lalithaa ke Prernadayak anmol vichar

जयललिता के प्रेरणादायक अनमोल विचार

1- मेरी जिन्दगी में, तमिलनाडु के लोगों के लिए, काम करने के अलावा और कोई रूचि नहीं है| तमिलनाडु के लोगों की सेवा के लिए, अंतिम साँस तक मेरी जिन्दगी समर्पित रहेगी|

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2- लोगों के द्वारा मैं, लोगों की खातिर ही हूँ|
3- कुछ भी, कभी भी, घटित हो सकता है|
4- कोई बहुत बड़ा राजनीतिक गठजोड़, मेरे पास नहीं था| मुझे ईश्वर में और तमिलनाडु की जनता में भरोसा था|
5- यदि उत्तर के प्रदेशों के कई शहरों में, किसी भी उद्योग की प्रगति नहीं हुई है तो, इसका कारण पूर्णरूप से वहाँ की प्रदेश सरकारों की गहरी अक्षमता और चूक ही है|
6- एक बहुत पुरानी भाषा तमिल भी है| वास्तव में तमिल केवल सबसे प्राचीन ही नहीं बल्कि आज ये विश्व की सबसे पुरानी जिन्दा शास्त्रीय भाषा है|
7- फ़िल्मी उद्योग में, किसी भी चीज के लिये, किसी तरह की सुरक्षा या गारन्टी नहीं है|
8- जब किसी चीज को घाटा देखना पड़ता है, और उसका कोई इतिहास होता है, तो वो चीज और सुन्दर हो जाती है|
9- देश का एकमात्र प्रदेश तमिलनाडु है, जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत लोगों को मुफ्त चावल प्रदान करता है|
10- फ़िल्मी सितारों के ऐसे कई मामले आ चुके हैं, जहाँ वे मात्र 1 या 2 वर्ष की कामयाबी के बाद लुप्त हो चुके हैं| ये बात मस्तिष्क में रख लेनी चाहिये कि, दो वर्ष की इस छोटी समय अवधि में कोई व्यक्ति जो कमाई करता है, उसी से उसको अपना शेष जीवन चलाना होता है|
11- एमजीआर मेरे लिए माँ, बाप, दोस्त, गाइड, फिलौस्फर सबकुछ थे| माँ की मृत्यु के बाद, उन्होंने मेरी जिन्दगी सम्भाली|
12- मेरा मानना है, सिनेमा और राजनीति दोनों एक बराबर खराब हैं| फिल्मों में, स्त्री एक जरूरी वस्तु है| चाहे आप पसन्द करें या न करें, आपको उस ग्लैमर की आवश्यकता होती है, जो फिल्मो में स्त्रियाँ ला सकती हैं| फिल्मों में काम उनके बगैर चल नहीं सकता| राजनीति में, आप उनके बिना भी काम चला सकते हैं| और वे बहुत प्रयास करते हैं कि, उनके बिना ही काम चल जाये| परन्तु जहाँ मेरे जैसे लोगों का सम्बन्ध है, मुझे हटाना इतना सरल नहीं है|
13- पॉलिटिक्स लम्बे वक़्त तक पुरुषों का गढ़ रही है| श्रीमती इन्दिरा गाँधी ने ये सबकुछ बदला, परन्तु फिर भी आपको ये अवश्य स्मरण रहना चाहिये कि, श्रीमती इन्दिरा गाँधी के लिए परिस्थतियाँ अनुकूल थीं| एशिया की शेष महिला राजनेताओं के जैसे मेरा कोई राजनितिक बैकग्राउंड नहीं रहा है| मैं एक स्लेफ़-मेड महिला हूँ| कुछ भी सोने की थाली में, मुझे नहीं परोसा गया|
14- पाखंड बिल्कुल भी मेरी शक्ति नही है| इसीलिए, मैं कहना चाहती हूँ कि, मैं एक राजनीतिज्ञ के तौर पर कुछ अपरंपरागत हूँ| इस खेल के नियम, अभिनय करने की क्षमता माँगते हैं| पहले कैमरों के सामने, मैंने फिल्मों में अभिनय किया है परन्तु मैं वास्तविक जीवन में अभिनय करने में असक्षम हूँ|
15- मैं किसी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं भूल पाई हूँ, जिसने मुझे फिल्मों में कामयाबी हासिल करने में सहायता की हो|
16- मैं ये सुनिश्चित किया करती थी कि मेरे आस-पास मौजूद लोग मेरे साथ अच्छा व्यवहार करें, और मैं सिर्फ उन्ही के नजदीक जाती थी जिनका चरित्र बेहतर था और जो ह्रदय से अच्छे थे|
17- मैं एक बात पर जोर देती हूँ: अगर आप निरंतर पीछे ही देखते रहेंगे और जो हो चुका है, उसी की गाथा गाते रहेंगे, तब आप आगे नहीं बढ़ पाएंगे, राजनीति नहीं कर पाएंगे|


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