indian fintech company phonepe founder Biography

indian fintech company phone pe founder Biography

आज का जीवन परिचय indian fintech company phonepe founder Biography भी बड़ा ही रुचिकर है| 

हौंसला है बरक़रार तो मंजिल है पास, पैरों के चिन्ह तो दुनिया देखेगी| किसी ने सच ही बोला है की जुगनू प्रकाश के मोहताज नहीं होते, ये अंधकार को चीरते हुए आगे बढ़ते हुए अपनी मंजिल को पा लेते हैं |

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ठीक ऐसे ही भारतीय स्टार्टअप भी आगे की दिशा में कदम बढ़ा रहें हैं| और छोटे स्टार्टअप बन रहें हैं बड़े यूनिकॉर्न |

यूनिकॉर्न स्टार्टअप मतलब वो कंपनियाँ जिनकी वैल्यू एक अरब डॉलर को पार कर चुकी हो |

ये यूनिकॉर्न कम्पनियां, देश की आर्थिक रफ़्तार को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान अदा करते जा रहें हैं| बात चाहे रोजगार उपलब्धता की हो, ऑफिसेज में लिंग समानता की हो, टेक्नोलॉजी की हो, नई चीजों को खोजने की हो| ये युवा शक्ति भारत की बुलंद तस्वीर दिखाते नजर आ रहें हैं|

आज Hindiaup की टीम की तरफ से पेश है एक ऐसा स्टार्टअप indian fintech company phonepe जो आज भारत के निर्माण में ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है |

आज हम बात करने अले हैं उस यूनिकॉर्न कम्पनी के बारे में जिसने आपकी और हमारी कम नगदी के जीवन को आसान बनाया |

हर फ़ोन पे पर फ़ोन पे पहुँचाने में जुटा हुआ है फ़ोन पे |

पूरी उम्मीद है की आपके फ़ोन पे एप जरूर इंस्टाल होगा| आप भी फ़ोन, पे पर पलक झपकते ही पैसों की लेन देन कर लेते होंगे|

यू पीआई Transaction मार्केट में अकेले 44% का हिस्सा कवर करती है ये डिजिटल यूनिकॉर्न कम्पनी, पेमेंट ऐप indian fintech company phonepe फोन पे |

आज मोस्ट पोपुलर पेमेंट एप की शुरुवात साल 2015 में हुई थी| इस विशाल यूनिकॉर्न कम्पनी को स्थापित करने वालों में तीन लोगों का नाम आता है| समीर निगम, राहुल चारी और बर्जिन इंजिनियर वो शख्स हैं |

ये तीनों पहले कभी, एक दूसरीं इंडियन यूनिकॉर्न कम्पनी फ्लिप्कार्ट में नौकरी करते थे| फ्लिप्कार्ट में काम करते हुए ये तीनो व्यक्ति ई-कॉमर्स की क्रांति को पहचान चुके थे|

इन लोगों ने देखा की डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में, टेक्नोलॉजी सर्वोत्तम प्रयोग नहीं हो पा रहा है| और इसीलिए डिजिटल पेमेंट की फील्ड में इन लोगों ने जोड़ने की कोशिश की | कुछ नया करने की ठानी, इस क्षेत्र को और अच्छा बनाने के लिए |

काफी खोजबीन करने के बाद इन्हें समझ आया की स्मार्ट फ़ोन के दाम गिरते जा रहें हैं| और आगे भविष्य में भारत इन्टरनेट की उपलब्धता भी आसान ही रहेगी|

उसी समय भारतीय रिज़र्व बैंक और NPCI के बीच में Unified Payment Interace को लांच करने की बात शुरू हो गई थी|

और Upi Transaction करने वाला फ़ोन पे indian fintech company phonepe बना पहला, डिजिटल पेमेंट ऐप|इससे पहले जो भी एप्स प्ले स्टोर में मौजूद थे जो वालेट के जरिये पैसों की लेन देन कराते थे | इसके इस्तेमाल के लिए पहले आपको अपने बैंक खाते से इन वालेट में पैसे ट्रान्सफर करने होते थे|

लेकिन UPI के आने से डिजिटल मनी ट्रान्सफर काफी सरल हो गया| अब आसानी से एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में आसानी से पैसे ट्रान्सफर कर सकते हैं | इसका बहुत ही लाभ हुआ फ़ोन पे को |

फ़ोन पे की शुरुवात के कुछ ही महीनो बाद, साल 2016 में एक बार फिर से फ्लिप्कार्ट ने इनकी बनाई कम्पनी फ़ोन पे को अधिग्रहित कर लिया| अधिग्रहण के बाद ही समीर निगम ही कम्पनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यानि सीईओ के पद पर बने रहे |

आगे चलकर साल 2018 में, फ्लिप्कार्ट भी वालमार्ट के स्वामित्व में आ गई| वालमार्ट इनकारपोरेशन ने ये डील फ्लिप्कार्ट के साथ 16 बिलियन डॉलर में करी थी| फ्लिप्कार्ट के द्वारा फ़ोन पे का अधिग्रहण, ऑनलाइन शोपिंग में अपना कदम मजबूत ज़माने के लिए किया गया था |

महज दो ही सालों के भीतर फ़ोन पे ऐप  को 10 मिलियन से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका था|

साल 2016 में हुई नोटबंदी का भी फायदा इस कम्पनी को बहुत हुआ था| नोटबंदी के कारण ऑनलाइन पेमेंट करने वालों की संख्या में तेज़ी से इजाफा हुआ| इसका भी बम्पर फायदा कम्पनी ने उठाया |

indian fintech company phonepe फ़ोन पे कई तरीकों से अपना revenue उत्पन्न करता है| जिसमे से कुछ प्रमुख हैं |

पहला तरीका है – इनके ऐप पर होने वाले transaction से |

पैसों की लेन देन के अतिरिक्त जा यूजर फ़ोन पे पर लॉग इन करता है | तो उसे यहाँ ऐप स्विच करने के विकल्प दीखते हैं| उदाहरण के लिए आप फ़ोन पे पर लॉग इन करके लेंस्कार्ट में स्विच कर सकते हैं | और वहाँ से शोपिंग कर सकते हैं | आपकी इस शोपिंग का पेमेंट गेटवे फ़ोन पे ही रहेगा | आपकी पेमेंट उस ऐप पर फ़ोन पे से ही स्वीकृत की जाएगी |

इस शोपिंग में फ़ोन पे को कुछ कमीशन, लेंस्कार्ट की तरफ से मिलता है | अपने यूजर्स को फ़ोनपे कई तरह के कूपन ऑफर करता रहता है जिसकी मदद से यूजर्स को शोपिंग डिस्काउंट ही मिल जाता है|

दूसरा जो सबसे बड़ा तरीका इस्तेमाल में लाता है फोन पे अपना revenue बनाने में, वो है दूसरे ऐप की विज्ञापन, अपने ऐप पर दिखाना | फोन पे इस विज्ञापन के बदले में उन कंपनियों से कमीशन लेता है |

इसके अलावा भी फ़ोन पे ऐप की मदद आज कई काम हो रहे हैं | जैसे फ़ोन रिचार्ज कर सकते हैं| गैस बिल, बिजली बिल का भुगतान आसानी से कर सकते हैं| यहाँ भी ये कंपनियां एवज में फ़ोन पे को कमीशन देती है |

इन सबके जरिये फ़ोनपे के पास revenue आता है| और तो और इनके पास यूजर transaction का पूरा डेटा बेस भी है| और आपको पता है डाटा भविष्य का किंग है |

फिलहाल indian fintech company phonepe फोन पे में 87% हिस्सेदारी फ्लिप्कार्ट के पास, 10% हिस्सेदारी वालमार्ट के पास और 3% हिस्सेदार टाइगर ग्लोबल है|

साल 2021 तक फ़ोन पे के यूजर्स की संख्या 250 मिलियन को भी पार कर चुकी थी| साल 2022 तक कम्पनी का लक्ष्य अपने यूजर्स की संख्या 500 मिलियन तक पहुँचा देना है| फोन पे अपना आईपीओ लाने की तैयारी में लगा हुआ है | और तो और कम्पनी की वैल्यू को बढ़ाकर 7.5 बिलियन डॉलर तक करने का लक्ष्य है|

फ़ोन पे की शुरुवात कैसे हुई थी ? फ़ोन पे के संस्थापकोंके  के बारे में|

फ़ोन पे के फाउंडर समीर निगम साल 1978 में दिल्ली में पैदा हुए | इनकी स्कूली शिक्षा नोयडा के Delhi Public School से पूरी हुई| इसके बाद आगे की शिक्षा प्राप्त करने के लिए ये मुंबई पहुँच गए | और मुंबई विश्वविद्यालय से इन्होने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल कर ली | इन्होने कंप्यूटर साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई, यूनिवर्सिटी ऑफ़ एरिज़ोना से पूरी करी|

समीर निगम ने पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के Wharton School से एम.बी.ए करके व्यापारिक रणनीतियों को समझा|

इनके माता पिता अत्यंत पढ़ें लिखे हैं| समीर निगम के पिता जी आई आई टी के छात्र रह चुके है| और चंद्रयान और आईएनएस अरिहंत जैसे बड़े मिशन में काम किये हैं| इनके पिता जी भारतीय नौसेना के लिए भी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं| इनकी माता जी पीएचडी हैं और कभी TCSमें काम करने वाली वाली इनकी माँ भी बाद में अपना बिज़नेस करने लगी|

माता पिता के उच्च शिक्षित होने के कारण समीर निगम को अपना बिज़नेस शुरू करने में घर से पूरी मदद मिली| समीर निगम की सोच शुरुवात से ही एक बिज़नेस मैन वाली थी |

phone pe ke founder समीर निगम बैंगलोर में रहते हैं| जिस साल indian fintech company phonepe फ़ोन पे लांच हुआ उसी साल भारत में नोटबंदी भी हुई थी| और इसका जबरदस्त लाभ हुआ इनकी कम्पनी को |

समीर निगम ने कई कंपनियों में नौकरी भी किया| इसी क्रम में साल 2001 से साल 2007 तक एक इन्टरनेट आधारित कम्पनी बतौर प्रोडक्ट निदेशक काम किया|

फोन पे के सह संस्थापक समीर निगम ने साल 2009 में अपना स्टार्ट अप Mime360 की स्थापना करी| जिसको बाद में फ्लिप्कार्ट द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया| Mime360 एक इन्टरनेट आधारित कम्पनी है जिसमे डिजिटल प्रोडक्ट को सोशल मीडिया पर वितरित किया जाता हैं| इस प्लेटफ़ॉर्म की मदद से कंटेंट मालिक को पब्लिशर से जोड़ा जाता है | इस कम्पनी का मुख्यालय मुंबई में स्थापित किया गया है |

अक्टूबर 2011 से, अगस्त 2015 तक समीर निगम ने, मशहूर ऑनलाइन रिटेल कम्पनी फ्लिकार्ट में, कई उच्च प्रोफाइल पर काम किया| इन्होने बड़ी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों में काम करते हुए टेक्नोलॉजी और मार्केटिंग के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष भी बने|

2015 में ही इन्होने एक और नए स्टार्ट अप की शुरुवात करी| अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर इनके मन में, ऑनलाइन पेमेंट indian fintech company phonepe प्लेटफ़ॉर्म बनाने का विचार आया था |

इसके बाद साल 2015 दो और लोगों के साथ मिलकर, इन्होने अपना एक डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म बनाया | और इस प्लेटफ़ॉर्म का नाम रखा गया – फ़ोन पे |  इस कम्पनी का मुख्यालय बनाया गया कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में | और समीर निगम बने फोन पे के CEO.

फ़ोन पे को साल 2016 में, 11 भाषाओँ के साथ, अपने यूजर्स के इस्तेमाल के लिए लाइव हो चुका था |

फोन पे के सीईओ समीर निगम बोर्ड सदस्यों में भी शामिल हैं और मार्केटिंग और टेक्नोलॉजी सम्बंधित योजना में इनकी सलाह ली जाती है |

समीर निगम को फ़ोन पे में सीईओ का पदभार सौंपा गया था| ये बात हैरान करने वाली है समीर निगम ने अपने कॉर्पोरेट करियर में एक्स्ट्रा आर्डिनरी प्रदर्शन किया है| जिसकी वजह से इनको लोकप्रियता भी काफी मिली है | समीर को घूमना और डांस करना बेहद पसंद है |

फ़ोन पे फाउंडर समीर निगम को मिले पुरस्कार 

समीर निगम ने अपनी मेहनत,दृढ़ संकल्प और दूरदर्षिता के बलबूते बड़ी बड़ी उपलब्धियों को अपने नाम कर लिया है|

पेंसिलवेनिया विश्वविद्यालय के Wharton School ने समीर निगम को venture award से पुरस्कृत किया है |

एन.पी.सी.आई, ( NPCI) द्वारा साल 2018 में phone pe को Unified Payment Interace यानि UPI (यू पी आई) नेटवर्क पर सबसे ज्यादा कमर्शियल भुगतान को आकर्षित करने वाले एप की मान्यता मिल गई थी |

साल 2018 का सुपर स्टार्ट अप एशियाई पुरस्कार मिला |

NPCI द्वारा 2018 में यू पी आई डिजिटल इनोवेशन पुरस्कार हासिल हुआ |

दूरसंचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान के लिए 2018 में इन्हें India Advertising पुरस्कार से सम्मानित किया गया |

इकोनॉमिक्स टाइम्स और जी बिज़नेस ने अपने आठवीं एनुअल इंडियन रिटेल और ई रिटेल अवार्ड में फ़ोन पे को सर्वश्रेष्ठ डिजिटल वॉलेट के सम्मान से सम्मानित किया था |

साल 2018 में इंडिया डिजिटल अवार्ड में फोन पे को भुगतान सर्विस केटेगरी में सर्वोत्तम डिजिटल पेमेंट ऐप का दर्जा प्राप्त हुआ |

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