Uber Success Startup Story in Hindi

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Uber Success Startup Story in Hindi

सफलता की ये कहानी है ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन कंपनी ऊबर की |

जिसने अपनी शानदार कैब सेवा से हम सब के सफ़र को, बेहद आसान बना दिया है | ऊबर सिर्फ एक दो शहरों में नहीं बल्कि कुल 633 शहरों में, अपनी सेवा प्रदान कर रही है | कम लोगों को ही ये पता होगा की ऊबर कम्पनी हेलीकाप्टर और सेल्फ ड्राइविंग कार की सेवा भी मुहैया करवा चुकी है |

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ऊबर फ़ूड आर्डर बिज़नेस में भी काम करती है | तो चलिए इस विश्वस्तरीय कंपनी के बारे में शुरुवात से जानने का प्रयास करते हैं

Uber Success Startup Story in Hindi

मित्रों, ऊबर की सफलता की शुरुवात होती है तक़रीबन 13 साल पहले| जब garrett camp नाम के इंसान ने न्यू इयर पार्टी अपने दोस्तों के साथ सेलिब्रेट करने के लिए, निजी ड्राईवर को 800$ देने पड़े थे | और तभी इनके दिमाग में ये बात आई की अगर एक कार को कई लोगों के साथ तो किराये का भार हर सवार पर कम हो जायेगा |

और यही सोच आगे चलकर हकीकत में परिवर्तित हुई |

वहीँ दूसरी तरफ कुछ लोगों का ये भी मानना है की ये कांसेप्ट तब आया था जब एक शाम travish kalanick फ्रांस में अपने दोस्त garrett camp के साथ, कड़कड़ाती हुई ठण्ड में टैक्सी का इंतज़ार कर रहे थे क्योंकि बहुत देर से उनको कोई भी टैक्सी नहीं मिली थी | इसी असुविधा को दूर भागने के लिए, उनके मन ऊबर कंपनी खोलने का विचार आया |

बहरहाल जो भी हो, हम आगे की कहानी पर चलते हैं |

इस विचार पर काम करने के लिए, garrett camp ने अपने कुछ दोस्तों की सहायता ली | travish kalanick ने इस ग्रुप को सलाहकार के रूप में ज्वाइन किया | यही दोनों इंसान, uber company के संस्थापक माने जाते हैं |

दरअसल garrett camp, कम्पनी stumbleupon के सह संस्थापक थे | वहीँ travish kalanick अपनी startup company Red Swoosh को 19 मिलियन डॉलर में बेच चुके थे |

अपनी प्लानिंग के तहत, कार्य करने के बाद, उन्होंने ऊबर का बीता वर्शन मई 2010 में लांच लिया | इस कम्पनी के पहले कर्मचारी का नाम था – Ryan Graves. जिन्होंने travish kalanick के ट्वीट का जवाब देकर, ये जॉब प्राप्त की थी | Ryan Graves ने कम्पनी को जनरल मैनेजर के रूप में ज्वाइन किया था |

लेकिन जल्द ही कम्पनी में उनका प्रमोशन करके, उन्हें सीईओ बना दिया गया| साल 2011 में कम्पनी ने सेन फ्रांसिस्को में अपनी सर्विस के साथ साथ अपनी ऑफिसियल एप्लीकेशन भी लांच कर दिया | जहाँ शुरुवाती समय में सिर्फ ब्लैक प्रीमियम कार ही बुक हुआ करती थी |

ये सर्विस उस समय अधिक पोपुलर न हो सकी | कैब्स बुकिंग प्राइस, आम टैक्सी के मुकाबले डेढ़ गुना महंगे थे | और हाँ साल 2011 तक ऊबर का नाम ऊबर कैब था |

लेकिन सन फ्रांसिस्को के टैक्सी ऑपरेटर की शिकायत पर ऊबर कम्पनी को अपने नाम से कैब शब्द हटाना पड़ा | और अब ये सिर्फ ऊबर हो गई |

एक साल तक काम करते हुए, ऊबर ने अपनी स्ट्रेटेजी में कई परिवर्तन किये | फिर साल 2012 में  UBER X नाम की एक नई सेवा लांच की |

जिसके तहत कोई भी इंसान अपनी कार, इस कम्पनी के लिए चला सकता था | हालाँकि किसी भी कार को अपनी कम्पनी में लेने के पहले, कार के सभी आवश्यक कागजातों की अच्छी तरह से जाँच करता है | इसके साथ कार मालिकों और ड्राईवर को भी, उनके नियम फॉलो करने पड़ते हैं |

कम्पनी की इस नई सेवा आने के बाद, इसका विकास विस्तार तेज़ी से होने लगा | और जल्द ही ऊबर का बिज़नेस 35 शहरों तक पहुँच गया |

आगे चलकर कम्पनी ने जुलाई 2014 में BLADE कम्पनी के साथ साझेदारी करते हुए, हेलीकाप्टर सफ़र की भी शुरुवात कर दिया| जिसके तहत उन्होंने 3000$ में न्यूयार्क सिटी से hamptons तक की सेवा शुरू की | इस सेवा UBER CHOPPER का नाम दिया गया |

अगले ही महीने अगस्त में कम्पनी ने एक और सेवा लांच किया जिसका नाम था – UBER POOL.

इस सेवा के तहत ऊबर एप्लीकेशन एक सवारी को दूसरे सवारी से जोड़ती है| अगर दोनों एक ही दिशा में जा रहें होते हैं तो दोनों सवारी को एक ही टैक्सी में बिठा लिया जाता है | साथ ही किराया भी दोनों यात्रियों के बीच बंट जाता है |

ये सेवा लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित हुई | इसलिए कम्पनी की ग्रोथ बहुत तेज़ी से बढ़ गई | इसी महीने ऊबर ने लगातार अपनी दूसरी सेवा भी शुरू की | जोकि ऑनलाइन फ़ूड आर्डर की सर्विस थी और इस सर्विस को UBER EAT का नाम दिया गया |

जिसमे सिर्फ 30 मिनट के अन्दर खाना पहुँचाने की सेवा प्रदान की जाने लगी |

आगे चलकर मार्च 2015 में कम्पनी ने लक्ज़री कार सेवा की शुरुवात सिंगापुर में कर दी | जहाँ से अब लेम्बोर्गिनी जैसी लक्ज़री कारों को भी बुक किया जा सकता था |

और इसी साल travish kalanick ने ऊबर के लिए स्वचालित चार लाने की भी इच्छा जताई | जिसके लिए मई 2015 से, कम्पनी ने रिसर्च के लिए रोबोटिक डिपार्टमेंट बनाया | और फिर 14 सितम्बर साल 2016 को, ऊबर ने अपनी पहली सेल्फ ड्राइविंग कार सेवा लांच कर दिया |

और कुछ इसी प्रकार से ऊबर आज के समय में कुल 83 से अधिक देशों और लगभग 633 शहरों में, शानदार सर्विस मुहैया कराने में तत्पर है |

साल 2017 की शुरुवात में संयुक्त राज्य अमेरिका की कैब सर्विस में, ऊबर की हिस्सेदारी 84% तक रही थी| लेकिन दोस्तों ऊबर ने कामयाबी का ये सफ़र भले ही बहुत शीघ्र तय कर लिया हो लेकिन इस कम्पनी के सामने बहुत सारी कठिनाईयां भी आईं | कम्पनी को कई बार बहुत सारे विवादों में भी फंसना पड़ा |

लेकिन हार न मानते हुए दिन रात की कड़ी मेहनत के बाद कम्पनी आज इस मुकाम पर खड़ी है | और आगे भी नई नई उंचाईयों की तरफ अग्रसर है |

तो दोस्तों ये थी ऊबर की कहानी | आशा है की ये सफलता की कहानी आपको अवश्य अच्छी लगी होगी |

 

 

 

 


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