Happy Teachers’ day Celebration Teachers day Quotes

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 Happy Teachers’ day Celebration in India

देश भर के विद्यार्थी, Teachers Day को, अपने गुरुओं को सम्मान देने के लिए मनाते हैं| ये बात पूरी तरह से सत्य है की, शिक्षा देना एक महान कार्य है| 

happy teachers day celebration teachers day quotesसभी को Happy Teachers Day –  शिक्षकदिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं|

Teachers day Quotes नौसिखिये परिंदों को बाज बनाता हूँ, चुपचाप सुनता हूँ शिकायते सबकी, तब दुनिया बदलने की आवाज बनाता हूँ| समंदर तो परखता है हौंसले कश्तियों के, और मैं डूबती कश्तियों को, जहाज बनाता हूँ| बनाये चाँद पर कोई बुर्ज खलीफा, अरे मैं तो कच्ची ईंटों से ही ताज बनाता हूँ|

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और हम ये भी कहना चाहेंगे की ये पेशा हर पेशे का आधार है| निश्चित रूप से हम ये कह सकते हैं की अगर गुरु नहीं होते तो डॉक्टर नहीं, इंजिनियर नहीं होते| चारो दिशाओं में अज्ञानता, अंधकार और अशिक्षा ही विचरण करती|

Teachers day India में कब मनाया जाता है ?

शिक्षक दिवस पर निबंध- दोस्तों Teachers Day हर साल 5 सितम्बर  को पूरे देश में बड़े धूम धाम से मनाया Teachers’ day Celebration जाता है, लेकिन 5 सितम्बर को आखिर, इस महत्वपूर्ण दिन की शुरुवात कैसे हुई, ये सारी जानकारी आपको इस आर्टिकल में जानने को मिल जाएगी|

दोस्तों गुरु Teachers का जो स्थान होता है वो बहुत ही ऊंचा होता है, हर किसी के जिंदगी में| माँ बाप हो या गुरु, ये सारे बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं हर किसी की जीवन में| आजकल, वैसे शिक्षा का भी व्यवसायीकरण हो गया है, लेकिन आज भी बहुत सारे ऐसे गुरु हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के, अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं और लोगो के प्रेरणास्रोत बने हुए हैं|

आपने सुना होगा Teachers day, डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन के जन्मदिन, जोकि 5 सितम्बर को आता है, इसी दिन मनाया जाता है| डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन एक महान शिक्षक थे और इसके साथ ही, वह स्वतंत्र भारत के पहले उप-राष्ट्रपति भी बने थे, और बाद में दूसरे राष्ट्रपति के पद पर भी सुशोभित हुए|

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ये indian teacher, उनके व्यक्तित्व का ही चमत्कारिक प्रभाव था की, उनके लिए, संविधान में संशोधन कर, उप राष्ट्रपति का पद बनाया गया और साल 1952 में, वो भारत के पहले उप राष्ट्रपति के पद पर आसीन हुए | दस सालों (1952-1962) तक इस पद पर विराजमान रहने के बाद, साल 1962 में डॉ सर्व राधाकृष्णन को भारत को द्वितीय राष्ट्रपति बना दिया गया| 

डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को तमिलनाडु के तिरुतनी गाँव में हुआ था| 1954 में, भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के द्वारा, भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया, डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन को|

Teachers day india में मनाने की शुरुवात कैसे हुई ?

Speech on teachers day – 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाने Teachers’ day Celebration के पीछे भी एक कहानी है| बताया जाता है की एक बार, साल 1962 में, राष्ट्रपति बनने के बाद, डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन का जब जन्मदिन था और उनके छात्रों ने उनका जन्मदिन मनाने के लिए आयोजन किया था, डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन के छात्रों ने जब उनका जन्मदिन मनाने के लिए उनसे पूछा|

उस दिन डॉ सर्वपल्ली ने, उन छात्रों से कहा की, आप अगर मेरा जन्म दिन मनाना चाहते हैं तो, ये बहुत अच्छी बात है लेकिन अगर आप इस खास दिन को शिक्षकों द्वारा, शिक्षा के क्षेत्र में किये गए योगदान और समर्पण को, सम्मानित करते हुए मनाये तो, मुझे बहुत ज्यादा प्रसन्नता होगी|

उनकी उसी इच्छा का सम्मान करते हुए बच्चों ने उस दिन, उस दिन को एक शिक्षक दिवस के रूप में मनाया और विशेषकर उस दिन शुरू हुए शिक्षक दिवस को, उनका जन्मदिन दिन न मानकर, सभी शिक्षकों का जन्मदिन मानकर, सभी बच्चों ने इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया| 

Happy Teachers day Celebration in India

उसके बाद हर साल 5 सितम्बर को, पूरे देश में शिक्षक दिवस Teachers Day मनाया जाने लगा और आज भी ये दिन, सम्पूर्ण राष्ट्र में सभी गुरुओं की वंदना में, बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है| मुख्य रूप से ये महान दिन, सभी शिक्षकों और सभी गुरुओं को समर्पित है|

ऐसी महान विभूति के जन्मदिवस को, शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाना, हम सभी के लिए, एक गरिमामयी बात है|

Teachers day Essay in hindi- दोस्तों हमारेआपके चरित्र और भविष्य में हमारे Teachers का बहुत बड़ा योगदान होता है| teachers day status– आज भी बहुत श्रेष्ठ Teachers, समूचे देश और विश्व में हैं| क्यों न शिक्षा की आज, बोली लग रही हो तो भी, सभी शिक्षकों के लिए समर्पित, ये शिक्षक दिवस|

happy teachers day wishes– सभी ऐसे महान गुरुओं को हमारा नमन जो बिना स्वार्थ, आज भी बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं और बच्चों का भविष्य संवार रहे हैं|

Happy Teachers Day Quotes in Hindi

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नहीं है शब्द कैसे करू, धन्यवाद

बस चाहिए हर पल सबका आशीर्वाद,

जहाँ भी खड़ा हूँ आज मैं , उसमे है बड़ा योगदान आप सबका

जिन्होंने दिया मुझको इतना ज्ञान Happy Teachers’ day

निर्धन हो या धनवान

शिक्षक के लिए सभी एक समान|

गुरु मांझी नाव किनारा

शिक्षक डूबते के लिए सहारा|

टीचर का हमेशा ये ही कहना , लगन और मेहनत है सच्चा गहना|Happy Teachers’ day

सच्चाई और न्याय  के पथ पर चलना , शिक्षक हमें बताते हैं, जिंदगी में संघर्षों से लड़ना, शिक्षक हमें सिखाते हैं|

मेहनत के राह पर चलना सिखाते हैं, जूनून की आग में जलना सिखाते हैं, जिनको कितना भी सता लो कभी नहीं रूठते, वो ही बच्चों में सफल इंसान ढूंढते|

जीवन में कुछ हासिल करना है, तो गुरु की रेस्पेक्ट करो|

Poem on Teachers Day

गुरु की एनर्जी सूरज जैसी, फलक सा विस्तार 

शिक्षक के गौरव से, विशाल कहीं नहीं आकार 

गुरु के पवित्र सानिध्य से, न संसार में बड़ा कोई  उपहार 

व्यक्तित्व को पल पल गढ़े, मूरत करे तैयार – Happy Teachers’ day

शिक्षा की कद्र करना सिखाते हो, जीवन को कैसे जीना ये भी बताते हो| अपने कर्तव्यों से कभी विमुख नहीं होते, चाहे बच्चे आपको कितना सताते| जब गिरते हैं हम हारकर, तो साहस वही बढ़ाते हैं, ऐसे महान व्यक्ति ही तो, शिक्षक कहलाते हैं|

ज्ञान ही सबसे बड़ा वरदान, गुरु का आशीर्वाद प्राप्त हो जाए, इससे अधिक बड़ा न कोई सम्मान |

देते हैं ज्ञान गुरु हमारे, हमारा नमन चरणों में तुम्हारे| ज्ञान के बिना ये जीवन सूना है, ज्ञानयुक्त जीवन हमेशा नवजीवन है |

सच्चाई के मार्ग पर जो चलाये , वही सच्चा गुरु बन पाए| जो ज्ञान से जिंदगी को, आसान झट से बना दे, सच्चा गुरु वही कहलाये| Happy Teachers’ day

अज्ञान के अन्धकार को मिटाकर, गुरु ने ज्ञान की ज्योति जलाई है, साथ पाकर ही तेरा, हमने शिक्षा पाई है|

ज्ञान का दीपक गुरु जलाते हैं, अँधियारा अज्ञान मिटाते हैं | विद्या रुपी धन सौंपकर, गुरु प्रगति के मार्ग पर हमें आगे बढ़ाते हैं |

Teachers day Quotes: डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन के प्रेरक विचार

ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें पूर्णता प्रदान करता है –डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
 
किताबें वह माध्यम हैं जिसके जरिये हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं और इन पुस्तकों में रखा अथाह ज्ञान का भण्डार ऐसे ही पड़ा रह जाता अगर हमारे वन्दनीय शिक्षक इतनी कर्मठता से, ये ज्ञान हमें नहीं बाटते या हमें पढ़ाते नहीं- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
उम्र या युवावस्था का समय से लेना देना नहीं है, आप अपने आपको कितना नौजवान या बूढ़ा महसूस रखते हैं, यही मायने रखता है- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
 
सचमुच ऐसा कोई बुद्धिमान नहीं है जो स्वयं को दुनिया के कामकाज से अलग रखकर, इसके संकट के प्रति असंवेदनशील रह सके- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
 
किताबें पढना हमें चिंतन और सच्चे आनंद की आदत प्रदान करता है- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
 
ऐसा बोला जाता है की एक साहित्यिक प्रतिभा सबको समान दिखती है, पर उसके समान कोई नहीं दिखता- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
शिक्षक वह नहीं है जो तथ्यों को छात्र के दिमाग में जबरन ठूंसे  बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है, जो छात्रों को आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करे-डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
शिक्षा का परिणाम एक स्वतंत्र रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के विरूद्ध लड़ सके-डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
शिक्षा के द्वारा ही इंसानी दिमाग का सदुपयोग किया जा सकता है-डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
अगर सही तरीके से शिक्षा प्रदान की जाए तो समाज से सभी बुराईयों को मिटाया जा सकता है- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन  
 

Happy Teachers Day Messages in Hindi

 अगर लोग मुझे एक शिक्षक के रूप में याद रखते हैं तो मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान होगा| शिक्षा सत्य की खोज है, यह ज्ञान और आत्मज्ञान से होकर, गुजरने वाली एक अंतहीन यात्रा है| अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो, तो पहले सूरज की तरह जलो – डॉ अब्दुल कलाम जी 
 
अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त और निष्ठावान होना पड़ेगा|
इंसान को मुश्किलों की  आवश्यकता  होती है , क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये जरुरी है- डॉ अब्दुल कलाम जी 
जब हमें लगता  है की हम जानते है, तब हम सीखना बंद कर देते हैं|

Teachers Day Speech in Hindi

शिक्षक दिवस पर भाषण-  जैसा की हम सभी जानते हैं की एक सख्त नींव पर ही, मजबूत ईमारत खड़ी हो सकती है, ठीक उसी तरह से शिक्षक ही वह मनुष्य है, विद्यार्थी रुपी नांव को मजबूत करता है| और उस पर भविष्य में, सफलता रुपी मजबूत ईमारत खड़ी करने में सहायता प्रदान करता है|

विद्यार्थी को एक सफल इंसान बनाता है| प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक, एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है| इसलिए उनका सम्मान बेहद ही आवश्यक है|

इस प्रचलित दोहे में कबीर दास जी कहते हैं- गुरु गोबिंद दोउ खड़े काके लागों पाय, बलिहारी गुरु आपने, गोबिंद दियो बताए कबीरदास जी इस प्रचलित दोहे में कहते हैं की, जब आपके समक्ष, गुरु और भगवान दोनों ही, एक साथ उपस्थित हों तो, आप सर्वप्रथम किसका चरण स्पर्श करना चाहेंगे ?

गुरु ही आपको गोबिंद यानि भगवान तक पहुँचने का मार्ग बतलाता और दिखाता है, इसलिए गुरु सर्वश्रेष्ठ है और आपको अपने गुरु की वंदना सबसे पहले करनी चाहिए|

गुरु का महत्व, ईश्वर से भी अधिक माना गया है -गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु, गुरुर देवो महेश्वरा, गुरु साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः, अर्थात गुरु ही ब्रह्म है, गुरु ही विष्णु है, शिव है, गुरु ही सब कुछ है| इसलिए सबसे पहले गुरु को नमन करना चाहिए|

दोस्तों वैसे तो शिक्षक सम्मान के लिए किसी दिन का मोहताज नहीं होता फिर भी कई देशों शिक्षक सम्मान के लिए, विशेष रूप से एक दिन घोषित किया गया है| इंडिया में शिक्षक दिवस, हर साल 5 September को मनाया जाने लगा|

Speech in Hindi for teachers day celebration in college

इस दिन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था| डॉ राधाकृष्णन का शिक्षा के प्रति विशेष रुझान था |उनका मानना था की बिना शिक्षा के व्यक्ति अपनी मंजिल तक नहीं पहुँच सकता|

वे कहते थे की व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व है, एक अच्छा शिक्षक, विद्यार्थी के मस्तिष्क में, तथ्यों को ठूंसने के बजाय, वह उसे भविष्य के चैलेंजेज के लिए, तैयार करता है|

डॉ सर्वपल्ली ने खुद भी, अपने जीवन के महत्वपूर्ण 40 साल, शिक्षा के क्षेत्र में दिए और कई विद्यार्थियों का भविष्य संवार दिया | बाद में ये आजाद भारत के उप राष्ट्रपति और राष्ट्रपति भी बने |

डॉ साहब का शिक्षा के प्रति काफी योगदान को देखते हुए ही, उनके जन्मदिन को ही शिक्षक दिवस घोषित कर दिया गया | देशवासियों के द्वारा, उनके प्रति यह सबसे बड़ा सम्मान है |

गुरु शिष्य का सम्बन्ध, गुरु शिष्य परम्परा भारत की संस्कृति का, एक अहम् और पवित्र रिश्ता है जिसके कई उदाहरण, इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हैं |

शिक्षक उस माली के जैसा है जो एक बगीचे को अलग अलग रूप रंग के फूलों से सजाता है | हम आज दिल से प्रणाम करते हैं उन महान शिक्षकों को, जो हमें जौहरी की तराश कर हीरा बनाते हैं| Happy Teachers’ day

ऐसे महान व्यक्तित्व वाले शिक्षकों के लिए, हम शब्दों से क्या क्या बयाँ करें? उनके लिए तो दुनिया का हर शब्द छोटा पड़ जायेगा |फिर उनके चरणों में हम दो शब्द, समर्पित करते हैं – ना तारीफ़ के शब्दों की है उसको चाहत, ना कीमती गिफ्ट्स से होती पूरी उसकी इबादत| उसे हासिल होती है, उस वक़्त आत्मशांति, जब फैलती है संसार में, उसके चेले की कान्ति|

शिक्षक और छात्र दोनों को अपना दायित्व समझना होगा 

लेकिन इस कटु सत्य से हम मुंह नहीं मोड़ सकते, आज कई शिक्षक अपने ज्ञान की बोली लगाने लगे हैं| वर्तमान परिस्थितियों में देखें तो गुरु शिष्य की परम्परा, कहीं न कहीं धूमिल हो रही है| आये दिन शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों एवं विद्यार्थियों द्वारा शिक्षक के साथ दुर्व्यवहार की ख़बरें सुनने को मिलती हैं|

इन्ही बातों से ही, हमारी भारतीय संस्कृति की इस अनमोल गुरु और शिष्य की परम्परा पर, कई सवालिया निशान लगने लगते हैं| हमारी इस दिव्य परम्परा पर, कोई प्रश्नवाचक निशान न लगा सके, इसके लिए हम सभी को अपना कर्तव्य एवं दायित्व, भली भांति निभाना चाहिए|गुरु चेले दोनों का ही दायित्व है की, वे इस महान परम्परा को बेहतर ढंग से समझने का प्रयास करें|

और एक अच्छे समाज के निर्माण में अपना योगदान प्रदान करें|

Happy teachers day wishes/ teachers day quotes for kids

गुरु के चरणों में दो पंक्तियाँ – गणित के सवालों को आपने सुलझाया, भूगोल में अटके तो रास्ता दिखाया , विज्ञान का ज्ञान आपने समझाया, शिक्षक होने का हर फर्ज आपने निभाया|

Story of Dr. Sarvepalli Radhakrishnan

आज हम teachers day के इस शुभ अवसर पर आपके संग, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जिंदगी की, एक घटना साझा करना चाहेंगे –

एक बार एक भोज के मौके पर, अंग्रेजों की बड़ाई करते हुए एक अंग्रेज ने कहा- भगवान हम अंग्रेजों से, प्यार भी बहुत करता है| उसने हमें बड़ी कोशिशों और बड़े प्यार से बनाया और यही वजह है की हम अंग्रेज इतने गोरे और सुन्दर होते हैं| 

उस भोज पार्टी में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की भी मौजूदगी थी| उन्हें एक अंग्रेज द्वारा बोली गई ये बात, बिलकुल भी पसंद नहीं आई | इसलिए उन्होंने मौजूद लोगों को के सामने एक मनगढ़ंत कहानी सुनाई| 

डॉ राधाकृष्णन ने कहा की दोस्तों भगवान को एक बार रोटी बनाने का मन हुआ| पहली रोटी जो उन्होंने बनाई वो पकी कम, फल स्वरुप अंग्रेजों का जन्म हुआ| दूसरी रोटी कहीं कम न पकी रह जाए, इसलिए भगवान ने उसकी सिकाई कुछ ज्यादा देर तक की और वो जल गई और इससे नीग्रो का जन्म हुआ|

तीसरी रोटी बनाते समय भगवान थोड़ा सतर्क हो गए और इस बार जो रोटी बनी वो न तो कच्ची थी न ही अधिक पकी थी, एक दम सही से पकी थी और इसके उपरान्त हम भारतियों का जन्म हुआ|

ये सुनकर वो अंग्रेज का मुंह शर्म से पानी पानी हो गया और वहाँ उपस्थित सभी लोगों का हँसी से हाल बेहाल हो गया|

दोस्तों ऐसे शालीन और मर्यादित उत्तर से, किसी को आहत किये बिना डॉ साहब जी ने, सभी भारतीयों को सर्वश्रेष्ठ बना डाला | उनका मानना था की व्यक्ति और चरित्र दोनों के ही निर्माण में, शिक्षा का अहम् योगदान है|

Conclusion

वैश्विक समृद्धि, वैश्विक प्रेम और वैश्विक शांति में शिक्षा का विशेष महत्व है|

दोस्तों इस बात में कोई शक नहीं शिक्षक ही रीढ़ की हड्डी हैं, हमारे समाज की| यही वो लोग हैं विद्यार्थियों के भविष्य को आकार देकर, देश का इअक अच्छा नागरिक बनाते हैं|

teachers day quotes for kids ये बात बिलकुल भी अतिश्योक्ति नहीं- अगर द्रोणाचार्य जैसा गुरु नहीं होता तो अर्जुन जैसा धनुर्धर भी नहीं होता| रामकृष्ण के बिना कोई विवेकानंद नहीं होता| यदि कोच आचरेकर नहीं होते तो, तेंदुलकर महान नहीं होता|

एक छोटे से पौधेरूपी इंसानी बालक को सींचकर, एक महान वृक्ष बनाने वाले गुरुओं को हमारा बारम्बार नमन है|

धन्य हो सभी, जय हिन्द 

डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन बारे में और पढने के लिए जाए Wikipedia पर :- डॉ सर्वपल्ली राधा कृष्णन ( विकिपीडिया)

उनके द्वारा लिखी गई कुछ शानदार किताबे 



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