Bharat Pe Founder Story in Hindi

Bharat Pe Founder Success Story in Hindi

सीढ़ियाँ मुबारक हो उनको जिन्हें टॉप तक जाना हैं

जिनकी मंजिल आसमां हैं उन्हें रास्ते खुद बनाना है |

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ये लाईने शाश्वत नकरानी के लिए पूरी तरह से फिट बैठती है | शाश्वत नकरानी की उम्र मात्र 23 साल है लेकिन इतनी कम उम्र में उन्होंने जो कर दिखाया है उसी की वजह से आज लोग उनके बारे में इन्टरनेट पर सर्च कर रहें हैं | और हर किसी के पर्सनालिटी रिसर्च लिस्ट में शाश्वत नकरानी शामिल हैं|

जी हाँ आप भी शाश्वत नकरानी के उपलब्धियों के बारे में जानकर आश्चर्य से पूर्ण हो जायेंगे|

जी हाँ अपने बिलकुल सही पढ़ा भारत के इस नौजवान ने भारत की उस लिस्ट में दर्ज करा लिया है जिसका सपना हर भारतीय देखता है| आपको बताते चले की शाश्वत नकरानी का नाम भारत के सबसे ज्यादा धनवान व्यक्तियों की सूची में आ गया है |

अपनी इस उपलब्धि को पाने के लिए उन्होंने बहुत ही कम उम्र से मेहनत करनी शुरू कर दी थी| बात आज से चार साल पहले की है| 19 साल की उम्र में शाश्वत नकरानी के दिमाग में कुछ अलग करने की बात आई |

अश्नीर ग्रोवर के साथ मिलकर भारत पे क्यू आर कोड बनाया| उनके द्वारा बनाया गया क्यू आर कोड समय के साथ साथ सफल होता चला गया| भारत पे के सफल होने के बाद शाश्वत नकरानी का नाम सामने आया |

साल 2018 के जून महीने में भारत पे की शुरुवात हुई| आज भारत पे पर दिन की 5000000 से अधिक लेन देन की प्रक्रिया हो रही है| अगर आप पूरे साल का देखें तो एक लाख करोड़ रुपये से अधिक लेन देन इस सिस्टम की वजह से हो रहा है|

इसके बाद भारत पे स्टार्ट अप मात्र पेमेंट की सुविधा तक ही सीमित नहीं रहा| इसके बाद किसी भी बिज़नेस के क्यू आर पर कितना बिज़नेस हो रहा है, दुकानदारों को लोन भी देना शुरू किया|

अभी तक भारत पे ने छोटे दुकानदारों को 3000करोड़ से भी अधिक का लोन दे चुका है| आज भारत पे देखते ही देखते एक बड़ा ब्रांड बन चुका है| भारत पे का लक्ष्य साफ़ है- अधिक से अधिक छोटे दुकानदारों से जुड़कर उनको अधिक से अधिक लोन देना ताकि वो अपने व्यापार को और बढ़ा सकें|

शाश्वत का नाम वेल्थ इंडिया हरुन रिच लिस्ट 2021 में शामिल किया गया| आपको जानकर हैरानी होगी की उनको भारत के सौ सबसे अमीर लोगों में शुमार किया गया है |

ये कहना बिलकुल सही होगा की शाश्वत ने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई है |

शाश्वत नकरानी के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलू 

शाश्वत नकरानी गुजरात के भावनगर के रहने वाले हैं| शाश्वत ने अपनी पढ़ाई आई आई टी दिल्ली से पूरी की| पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने क्यू आर कोड बना दिया था| उस समय में आई आई टी दिल्ली में तीसरे वर्ष की पढ़ाई कर रहे थे| शाश्वत नकरानी के टेक्सटाइल में स्नातक की डिग्री है|

शाश्वत नकरानी का स्टार्ट अप की अपार सफलता के बाद, उनकी संपत्ति में बढ़कर 1700 करोड़ के ऊपर जा चुकी है| ये थी हमारे देश के 23 साल के सपूत के कामयाबी की कहानी| जिसको जानकर हर किसी को अपने देश के युवाओं पर गर्व होगा|

बहरहाल शाश्वत नकरानी की इस कामयाबी पर आपकी क्या राय है, कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं |

भारत के छोटे दुकानदार हज़ार समस्याओं का सामना करते हैं | बैंक उन्हें लोन देते नहीं हैं क्योंकि उनके जरूरी कागजात होते नहीं हैं| वहीँ fintech कंपनी paytm फ़ोन पे का फोकस पेमेंट पर ही रहता है| पेमेंट को बूस्ट करना है कस्टमर के ऊपर कोई ध्यान नहीं दे रहा है |

और इस सिचुएशन को Delhi based startup Bharat pe के फाउंडर अश्नीर ग्रोवर ने समझा और इसको solve करने का फैसला लिया| भारत पे के फाउंडर शाश्वत नकरानी बोलते हैं की जब वो आई आई टी में पढ़ाई कर रहे थे 2017-18 में, तभी छोटे दुकानदारों की ये समस्या उनको दिखने लगी थी| जिसमे डिजिटल पेमेंट लेते समय मर्चेंट्स को कमीशन की वजह से , मार्जिन में कटौती हो जाती थी|

कोई भी पेमेंट गेटवे 1.5 % से कम चार्ज नहीं करता था| उस समय UPI के बारे में जागरूकता काफी कम थी| UPI सिस्टम प्रैक्टिकली कुछ भी चार्ज नहीं करता है|

उन्होंने सोचा एक ऐसा प्रोडक्ट बनायेंगे UPI को लिवरेज देगा ताकि मर्चेंट को कुछ भी चार्ज न देना पड़े| अपने प्लेटफ़ॉर्म को फाइनेंसियल प्रोडक्ट से मोनेटाइज करेंगे |

शाश्वत ने सोचा की एक क्यू आर कोड बनायेंगे जिसे सारे पेमेंट ऐप इस्तेमाल कर सकें| शाश्वत को ये नहीं पता था की अपने प्रोजेक्ट को कमर्शियलाईज कैसे किया जाये |

और फिर इनकी मुलाकात हुई अश्नीर ग्रोवर की जो की आई आई टी से पास आउट थे| शाश्वत के पास टेक्निकल योग्यता थी जबकि अश्नीर ग्रोवर के पास सेंस ऑफ़ स्ट्रेटेजी और इस फील्ड का काफी तजुर्बा था |

फिर यहीं से भारत पे की शुरुवात हुई| अपने इस स्टार्ट अप के लिए शाश्वत ने आई आई टी को ड्राप आउट कर दिया| अश्नीर ग्रोवर ने सात साल कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग में काम किया था जहाँ ग्रोवर ने सीखा था की बिज़नेस को बिलकुल शुरुआत से कैसे खड़ा करें |

अश्नीर ग्रोवर ने लगभग 2 साल अमेरिकन एक्सप्रेस में भी काम किया था| जहाँ पर उनकी मुलाकात सैकड़ों फाउंडर्स से हुई थी जोकि पेमेंट इंडस्ट्री से ही सम्बन्ध रखते थे| इस वजह से अश्नीर ग्रोवर को पेमेंट इंडस्ट्री के बारे में काफी जानकारी हो चुकी थी |

भारत पे को स्टार्ट करने की दो वजहें थी

मार्जिन कम होता है रिटेल में

दुकानदार को पेमेंट सर्विस के लिए कमीशन नहीं देना होगा | लेकिन उनको ये आभास हो गया था की लोन का इंटरेस्ट तो अदा करेगा |

और यहीं से साल 2018 में भारत पे लांच हुआ| शाश्वत नकरानी और अश्नीर ग्रोवर इसके फाउंडर हुए | शुरुवात में मर्चेंट केन्द्रित क्यू आर कोड से काम शुरू हुआ | पहले महीने में ही इन्हें 1000 मर्चेंट्स मिल गए थे | और सभी मर्चेंट को पेमेंट लेन देन कोई कमीशन नहीं देना पड़ रहा था |

छोटे दुकानदार 15% की मार्जिन पर व्यापार करते हैं| इतने कम मार्जिन पर ट्रांजेक्शन शुल्क देना काफी मुश्किल हो जाता था |

और यहीं से भारत पे की गाड़ी चल निकली| इतना ही नहीं भारत पे, उसी दिन ही उनकी पेमेंट क्रेडिट करता था| क्यू आर कोड के बाद भारत पे की एंट्री लैंडिंग स्पेस में हुई | भारत पे ने पियर टू पियर NBFC ( non banking financial company ) के साथ पार्टनरशिप कर लिया ताकि वो लैंडिंग बिज़नेस शुरू कर सकें|

वो मर्चेंट्स को 2 हज़ार से लेकर 7 लाख तक का लोन 12 महीने के लिए 2% ब्याज प्रति महीने के हिसाब से देने लगे थे| मर्चेंट की क्रेडिट हिस्ट्री ट्रांजेक्शन हिस्ट्री को देखकर ही मर्चेंट को लोन दिया जाता था| भारत पे का लोन रिकवर रेश्यो 96 % का है |

अगर कोई डिफाल्टर साबित होता है तो मर्चेंट जब भी पेमेंट एक्सेप्ट करता है तो भारत पे अपना अमाउंट उसमे से काटकर बचे पैसे मर्चेंट के अकाउंट में क्रेडिट करता है |

साल 2018 में जब भारत पे फण्ड रेज करने की कोशिश कर रहे थे तो कई लोग बोलते थे paytm फ़ोन पे का इस्तेमाल करना चाहिए |

तब भारत पे का कहना था की वो लोग क्यू आर कोड कम्पनी नहीं हैं| अश्नीर ग्रोवर बोलते हैं की हमने दोस्तों और परिवार के लोगों को कन्विंस किया और हमने 1.92 करोड़ रुपये अपने बिज़नेस को बिल्ड करने में लगाये| जिसके कारण ही हम कई सारे रिटेलर्स को sign up करवा पाए | और हमें एक डाटा चाहिए था लैंडिंग बिज़नेस को शुरू करने के लिए |

साल 2019 में भारत पे ने 15.5 मिलियन डॉलर रेज किये इनसाइड पार्टनर सिकोइया और B next की तरफ से | जिससे उन्होंने अपने SMB बेस का विस्तार किया | और लैंडिंग बिज़नेस को आगे बढ़ा दिया |

भारत पे ने अपने सीरीज-B राउंड में 50 मिलियन डॉलर और सीरीज-C राउंड में 75 मिलियन डॉलर का फण्ड इकठ्ठा किया| जिससे भारत पे की पहुँच छोटे शहरों तक हो गई |

सलमान खान को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया | भारत पे ने लिंक आधारित पेमेंट को भी इंट्रोडयूज किया| जिसमें बिज़नेस ओनर सामान को घर पर भेजते और उपभोक्ता को पेमेंट लिंक शेयर करते जहाँ से वो पेमेंट एक्सेप्ट कर सकें |

तो कई सारे प्रोडक्ट भारत पे ने लांच किया | पहले भारत पे 1 मिलियन डॉलर के लगभग हर महीने फण्ड बर्न हो जाता था लैंडिंग बिज़नेस में | लेकिन ये रेश्यो धीरे धीरे कम हो रहा है |

भारत पे 50 लाख तक का  को-लेटरल फ्री लोन भी मुहैया कराता है जोकि 7  से 30 तक दिनों के लिए होता है| जब covid-19 पान्डेमिक आया तो डिजिटल लेन देन में काफी बढ़ोत्तरी हुई और इसमें भारत पे की ग्रोथ में भी अच्छा खासा इजाफा हुआ |

भारत पे अब तीसरे स्थान का fintech प्लेयर बन चुका india के भीतर |

भारत पे का कहना है की हमारी एबिलिटी है नए उत्पाद लाने की और उनको मजबूती से एक्सीक्यूट करने की | भारत पे अपने 9 राउंड्स के भीतर अब तक 680 मिलियन डॉलर का फण्ड रेज कर चुका है| भारत पे ने हाल ही में 370 मिलियन डॉलर रेज किये टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट से जिससे भारत पे टोटल वैल्यूएशन 2.85 बिलिय डॉलर हो गई जिसके कारण भारत पे अब india के यूनिकॉर्न क्लब में शुमार होने लगा |

भारत पे का लक्ष्य है की वो 5 टाइम्स के साथ ग्रो करें और टोटल पेमेंट वैल्यू 300 बिलियन डॉलर को पार कर दे मार्च 2023 तक |

साथ ही उनका जो लैंडिंग बिज़नेस है उसमे 700 मिलियन डॉलर तक का लोन देने का कमिटमेंट किया है| इसके साथ ही भारत पे ने बोल दिया है की वो साल 2023 तक 300 शहरों तक पहुँच जायेंगे |

अब देखते हैं की भारत पे अपने लक्ष्य तक कैसे पहुँचता है और इसके साथ वो क्या नया प्रोडक्ट लांच करेंगे जिसके लिए भारत पे जाना जाता है | हमें पूरी उम्मीद है की आपको भारत पे की ये सफलता की कहानी पसंद आई होगी | भारत पे आपकी क्या राय है कमेंट बोक्स्क्स में जरूर लिखें | इस कहानी को औरो तक भी पहुंचाएं ताकि औरों को भी प्रेरणा मिल सके |

धन्यवाद

 

 

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