आपको जानकर आश्चर्य होगा की Whatsapp बनाने वाले को, एक समय फेसबुक ने 

अपने यहाँ नोकरी पर रखने से, इंकार कर दिया था| और आगे चलकर इनको फेसबुक

ने अपने बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स में शामिल कर लिया| इनका नाम है जैन कौम 

इनके परिवार को सामाजिक सहायता कार्यक्रम के तहत, एक छोटे से दो बेडरूम

का अपार्टमेंट मिल गया था| जिससे इनके परिवार को रहने की मदद मिल गई थी 

Jan Koum को खुद एक ग्रोसरी शॉप में स्वीपर तक का काम करना पड़ा था

शुरुवात में इनकी माँ को कैलिफ़ोर्निया में, दाई के रूप में काम करना पड़ा

जैन कौम और ब्रायन ऐक्टन ने व्हात्सप्प की स्थापना, 24 फ़रवरी 2009 को की 

भीषण गरीबी से अमीरी हासिल करने तक का सफ़र, जैन कौम की कहानी